भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज़ ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के दिये गये बयानों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि “भारतीय जनता पार्टी यह स्पष्ट करना चाहती है कि भारत का पाकिस्तान से द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध पूरी तरह से बंद है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जब बहुपक्षीय टूर्नामेंट ACC या ICC द्वारा आयोजित किए जाते हैं, तब नियमों और बाध्यताओं के कारण भारत को खेलना पड़ता है। यदि भारत इनकार करे तो टीम को बाहर कर दिया जाएगा या अंक गंवाने होंगे। यह बहुपक्षीय टूर्नामेंट है न कि किसी प्रकार की राजनीतिक या द्विपक्षीय सहमति। JMM याद रखें भारत पाकिस्तान को हमेशा से धूल चटाते आया है और धूल चटाते रहेगा चाहे वह युद्ध का मैदान हो या खेल का मैदान”
राफिया ने सवाल उठाया कि “जब झारखंड से लगातार आतंकवादी संगठनों से लिप्त लोगों की गिरफ्तारी होती है और संगठित नेटवर्क का खुलासा होता है, तब झारखंड मुक्ति मोर्चा चुप्पी साध लेता है। क्या कारण है कि JMM और उनके साथी इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं देते? यह राष्ट्र की सुरक्षा का सवाल है और जनता को जवाब मिलना चाहिए। भाजपा दोहराती है कि आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं होगा और हर देशविरोधी तत्व पर सख्त कार्रवाई होगी”
मणिपुर पर झामुमो का आरोप निंदनीय है और लगता है कांग्रेस काल की सच्चाई JMM भूल चुकी हैं
राफिया ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा “मणिपुर का विकास झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस पार्टी और इनकी इंडी अलायंस को हज़म नहीं हो रहा है इसीलिए उल जुलूल बयान दिया जा रहा है,
प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज़ ने कड़ी निंदा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में मणिपुर और पूरे उत्तर-पूर्व का विकास राष्ट्रीय प्राथमिकता रहा है। भाजपा सरकार ने “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना के तहत मणिपुर को अभूतपूर्व सहयोग दिया है।”
राफिया ने कहा “बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक कार्य हुए—जिरीबाम–इम्फाल रेल परियोजना, इम्फाल–मोरह (एशियन हाईवे-1) राष्ट्रीय राजमार्ग का उन्नयन और इम्फाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का आधुनिकीकरण। इससे मणिपुर देश और अंतरराष्ट्रीय व्यापार मार्गों से जुड़ा।”
राफिया ने कहा “वित्तीय सहयोग में राज्य को पिछले 9 वर्षों में कांग्रेस शासन की तुलना में कई गुना अधिक बजट मिला। जन धन योजना, डिजिटल इंडिया और यूपीआई ने लाखों नागरिकों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा।”
नाज़ ने कहा “स्वास्थ्य व शिक्षा क्षेत्र में जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (JNIMS) और नए शैक्षणिक संस्थानों से आम जनता को सीधा लाभ मिला।”
राफिया ने याद दिलाया “कांग्रेस ने दशकों तक मणिपुर और पूरे उत्तर-पूर्व को उपेक्षित और हिंसा-पीड़ित छोड़ दिया। कांग्रेस सरकार के समय राज्य में आर्थिक नाकेबंदी, आतंकी हिंसा और बुनियादी ढांचे की भारी कमी ने जनता को त्रस्त कर दिया था। विकास की बजाय कांग्रेस ने केवल चुनावी राजनीति के लिए मणिपुर का इस्तेमाल किया और जनता की वास्तविक समस्याओं की अनदेखी की। यही कारण है कि उस काल में मणिपुर असुरक्षा, पिछड़ेपन और उपेक्षा का प्रतीक बन गया।”